Jain Aagam Sutrakritanga - Book 1 Chapter 3 Lesson 1 Sutra 2 Hindi

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Aagam Sutra

Original

पयाया सूरा रणसीसे, संगामम्मि उवट्ठिए ।
माया पुत्तं ण याणाइ, जेएण परिविच्छए ॥ २ ॥

Transliteration

payāyā sūrā raṇasīse, saṃgāmammi uvaṭṭhie ।
māyā puttaṃ ṇa yāṇāi, jeeṇa parivicchae ॥ 2 ॥

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Glossary

पयाया
जो गए
सूरा
शूर लोग
रणसीसे
रण में आगे
संगामम्मि
संग्राम में, युद्ध में
उवट्ठिए
उपस्थित
माया
माता, माँ
पुत्तं
पुत्र
नहीं
याणाइ
जेएण
विजेता द्वारा
परिविच्छए

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