Jain Aagam Sutrakritanga - Book 1 Chapter 3 Lesson 4 Sutra 22
Aagam Sutra
Original
संखाय पेसलं धम्मं, दिट्ठिमं परिणिव्वुडे ।
उवसग्गे णियामित्ता, आमोक्खाए परिव्वएज्जासि ॥ २२ ॥
त्ति बेमि ॥
॥ चउत्थो उद्देसो समत्तो ॥
॥ तइयं उज्झयणं समत्तं ॥
Transliteration
saṃkhāya pesalaṃ dhammaṃ, diṭṭhimaṃ pariṇivvuḍe ।
uvasagge ṇiyāmittā, āmokkhāe parivvaejjāsi ॥ 22 ॥
tti bemi ॥
॥ cauttho uddeso samatto ॥
॥ taiyaṃ ujjhayaṇaṃ samattaṃ ॥